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मेरें Nokia फ़ोन से भेजा गया
Sunday, August 14, 2011
हूँ,अन्ना अलोकतान्त्रिक...?!
अमेरीकी विदेश मंत्रालय ने अन्ना के अनशन पर ठीक ही बयान दिये है.हम तो यहां तक कहेंगे कि अमेरीकी फौजौ को लोकतान्त्रिक मूल्यों व संवैधानिक समस्याओं के उपचार के लिए भारत आना चाहिए . यहां की नेताशाही व नौकरशाही के वश में नहीँ.यहां की पब्लिक तो मूर्ख है वह तो चोरों व रिश्वतखोरों को बचाने वालों को वोट देकर संसद व विधानसभाओं मेँ नेताओं को पहुंचाती रहेगी.क्योंकि वह स्वयं भ्रष्ट है.नहीं तो वह अपराधियों को क्यों चुने?शायद इसीलिए ये सब लोकतान्त्रिक हैं व अन्ना व बाबा रामदेव जैसे लोग अलोकतान्त्रिक हैं.धन्य, भारत का तन्त्र व भारत की पब्लिक ?
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